यहां जयपुर ग्रामीण पुलिस द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत शुक्रवार को 24 बाल श्रमिकों को फैक्ट्री से मुक्त करवाया गया। बताया जा रहा है कि दूदू स्थित बालाजी कंस्ट्रेक्शन में इन बच्चों से पत्थर पिसाई जैसे खतरनाक काम करवाए जा रहे थे। वहीं फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार, सूचना मिली थी कि दूदू की बालाजी कंस्ट्रक्शन में बाल मजदूरी करवाई जा रही है। जिसके बाद टीम गठित कर सादा वर्दी में फैक्ट्री को चेक किया गया। जहां पत्थर की पिसाई करते और पाउडर कट्टों में भरते बाल श्रमिक मिले। गौरतलब है कि ये फैक्ट्री पत्थर पिसाई का काम करती है। जिससे उड़ने वाली धूल सांस के जरिए इन बच्चों के फेफड़ों में भी जाती है। जिससे सिलिकोसिस होने का खतरा बना रहता है। जिसके बाद कार्रवाई को अंजाम देते हुए इन बच्चों को छुड़वाया गया।
बाल श्रमिकों ने बताया कि उनसे रोजाना 12 घंटे फैक्ट्री में काम करवाया जाता था। जिसके लिए करीब 11 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाते थे। फैक्ट्री मालिक उन्हे खुद ही वेतन देता था। वहीं फैक्ट्री मालिक राजेश भारद्वाज और प्रदीप गुप्ता मौके पर नहीं मिले। जिनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।